आंगनबाड़ी में सहायिका का क्या काम होता है आंगनवाड़ी सहायिका हमारे समाज में महिलाओं की सहायता करने का महत्वपूर्ण कार्य करती है। जो गांव या शहर के गरीब और असहाय वर्ग के लोगों की मदद करने का कार्य करती है। वह बच्चों, माताओं और परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मदद करती है और सामाजिक सुविधा बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आज के समय में जो लोग आंगनबाड़ी सहायिका बनना चाहते हैं उनके मन में यह सवाल उठता होगा कि आंगनबाड़ी में सहायिका का क्या काम होता है तो यहां पर हम आपको इसी के बारे में पूरी जानकारी देंगे
आंगनबाड़ी में सहायिका का क्या काम होता है
- शिशु स्वास्थ्य देखभाल: आंगनवाड़ी सहायिका बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल करती है, उन्हें टीकाकरण दिलाने में मदद करती है और उनके सही विकास की जांच करती है।
- पौष्टिक आहार सर्वेक्षण: वह माताओं को आहार से जुड़े महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है और बच्चों को पौष्टिक आहार की आदतें बनाने में मदद करती है।
- गर्भवती मातृ सेवाएं: आंगनवाड़ी सहायिका गर्भवती महिलाओं की देखभाल करती है, उन्हें आवश्यक जानकारी प्रदान करती है और सहायता प्रदान करती है।
- नवजात शिशु की देखभाल: वह नवजात शिशु की देखभाल करती है, उन्हें आवश्यक टीकाकरण दिलाती है और सही विकास की मॉनिटरिंग करती है।
- स्वास्थ्य संचायन: आंगनवाड़ी सहायिका बीमारियों की पहचान करती है, जागरूकता फैलाती है और स्वास्थ्य संचायन के उपायों की सलाह देती है।
- नवजात मातृ सेवाएं: नवजात मातृ सेवाएं प्रदान करके नए माताओं को सहायता देती है और उन्हें शिशु की देखभाल करने के लिए तैयार करती है।
आंगनवाड़ी सहायिका की भूमिका
आंगनवाड़ी सहायिका गरीबी, निष्ठाहीनता और जातिवाद को कम करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वह समाज में जागरूकता फैलाती है और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने में मदद करती है।
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आंगनबाड़ी सहायिका के लिए योग्यता कितनी होनी चाहिए
- आंगनवाड़ी सहायिका के लिए कम से कम 10वीं कक्षा की पासबुक होनी चाहिए।
- उम्मीदवार को स्वास्थ्य, पोषण, मातृत्व, बाल संरक्षण आदि के क्षेत्र में अवश्यक ज्ञान होना चाहिए।
- आमतौर पर, आंगनवाड़ी सहायिका बनने के लिए आयु सीमा 18 से 44 वर्ष के बीच होती है।
- उम्मीदवार के पास अच्छी स्वास्थ्य होनी चाहिए क्योंकि उनका काम कई बार गांव के छोटे-मोटे बच्चों और माताओं की सेवाओं में शामिल होता है।
- आंगनवाड़ी सहायिका को सामाजिक दक्षता होनी चाहिए ताकि वह गांव के लोगों के साथ सहयोगी रूप में काम कर सके।
- बेहतर कम्युनिकेशन, लिखित और मौखिक कौशल आवश्यक होते हैं ताकि वे लोगों के साथ सही तरीके से संवाद कर सकें।
- यह काम मानवीयता और सहानुभूति की आवश्यकता होती है, तो उम्मीदवार की संवेदनशीलता एक महत्वपूर्ण योग्यता होनी चाहिए।
- उम्मीदवार को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में अच्छी जागरूकता होनी चाहिए ताकि वह लोगों को उपयुक्त सलाह और दिशा-निर्देश प्रदान कर सके।
- आंगनवाड़ी सहायिका को गांव के सामाजिक संगठनों और सरकारी योजनाओं के साथ सहयोग करने के लिए सामाजिक संगठनात्मक कौशल की आवश्यकता होती है।
यदि आप इन योग्यताओं को पूरा करते हैं, तो आप आंगनवाड़ी सहायिका बनने के लिए योग्य माने जा सकते हैं।
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FAQs
Ans. आंगनवाड़ी सहायिका सामाजिक कार्यकर्ता होती है जो गरीब और असहाय वर्ग के लोगों की सहायता करती है।
Ans. उनका काम बच्चों, माताओं और परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना, गर्भवती महिलाओं की देखभाल करना, नवजात शिशु की देखभाल करना आदि होता है।
Ans. आंगनबाड़ी भूमिका गरीबी और असहायता को कम करने, समाज में जागरूकता फैलाने और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को बढ़ावा देने में है।
Ans. आंगनवाड़ी सहायिका का वेतन 2565 रुपये से बढ़ाकर 3500 रुपये और सहयोगिनी का वेतन 1850 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है।
Ans. आंगनबाड़ी सहायिका की नियुक्ति महिला बाल विकास विभाग या फिर जिला स्तर पर जिला स्तरीय आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से की जाती है
Ans. हां, आंगनवाड़ी सहायिका गर्भवती महिलाओं को पोषण संबंधित सलाह दे सकती है जैसे कि सही आहार, विटामिन और मिनरल की जानकारी।
निष्कर्ष
आंगनवाड़ी सहायिका समाज के असहाय वर्गों की मदद करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उनका काम बच्चों से लेकर माताओं और परिवारों की सेवाएं प्रदान करना होता है और इसके साथ ही समाज में स्वास्थ्य सेवाओं की जागरूकता फैलाने में भी मदद करती है। उनका योगदान समाज को स्वस्थ और समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण है।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने आपको बताया कि आंगनवाड़ी सहायिका कौन होती है, और आंगनबाड़ी में सहायिका का क्या काम होता है। यह समाज में उनके महत्वपूर्ण योगदान की एक छोटी सी झलक है जो समाज के असहाय वर्गों की देखभाल में अपना सहयोग देती है।